विनय पाठक की नई फिल्म 'चिड़िया' और करियर की बातें
मुंबई, 29 मई। अभिनेता विनय पाठक इन दिनों अपनी आगामी फिल्म 'चिड़िया' की तैयारियों में व्यस्त हैं। उन्होंने अभिनेता बोमन ईरानी के साथ बातचीत में बताया कि उन्होंने हिंदी सिनेमा में अपने करियर की शुरुआत फिल्म 'खोसला का घोसला' से की थी, लेकिन दर्शकों के बीच 'मुन्ना भाई एम.बी.बी.एस.' को उनकी पहली फिल्म के रूप में जाना जाता है।
विनय ने इस भ्रम का कारण भी स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि 'खोसला का घोसला' की रिलीज में समस्याएं आईं, जिसके चलते यह फिल्म लगभग तीन साल तक अटकी रही। इस दौरान बोमन ईरानी की 'मुन्ना भाई एम.बी.बी.एस.' प्रदर्शित हो गई, जिससे यह फिल्म उनकी पहली मानी जाने लगी।
विनय पाठक ने 'खोसला का घोसला' में अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, "इस फिल्म की सबसे अच्छी बात यह थी कि मैं अपने दोस्तों के साथ काम कर रहा था। यह मेरे लिए सबसे खुशी की बात थी। उस समय रणवीर शौरी और मैं दोनों थे, और फिर बोमन ईरानी भी शामिल हुए। उनकी यह पहली फिल्म थी, लेकिन 'खोसला का घोसला' की रिलीज में देरी के कारण उनकी 'मुन्ना भाई एम.बी.बी.S.' पहले आ गई। इस फिल्म में उनकी अदाकारी को बहुत सराहा गया और वे मशहूर हो गए।"
दिलचस्प बात यह है कि 'खोसला का घोसला' और 'मुन्ना भाई एम.बी.बी.S.' दोनों ही बड़ी सफलताएं साबित हुईं। ये दोनों फिल्में ऐसे निर्देशकों द्वारा बनाई गई थीं जिन्होंने इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई।
जहां 'मुन्ना भाई एम.बी.बी.S.' का निर्देशन राजकुमार हिरानी ने किया, वहीं 'खोसला का घोसला' का निर्देशन दिबाकर बनर्जी ने किया, जो अपनी अनोखी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं।
दोनों फिल्मों को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिले हैं और इनमें बोमन ईरानी ने नकारात्मक या ग्रे शेड के किरदार निभाए थे।
फिल्म 'चिड़िया' का निर्देशन मेहरान अमरोही ने किया है और यह 30 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
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